Infrared CCTV Camera






आज के समय सुरक्षा सर्वोपरि चाहे फैक्ट्री हो ऑफिस हो या मॉल हो सभी सुरक्षा के इंतज़ाम किये जा रहे जिसमे CCTV का उपयोग बेहतरीन माना जाता हैं विशेष रूप से इंफ्रारेड CCTV Camera या नाईट विज़न कैमरा इंफ्रारेड CCTV कैमरे रात के समय में निगरानी के लिए बेहतरीन माने जाते हैं इसलिए इन्हे नाईट विज़न कैमरा भी कहते हैं
इंफ्रारेड CCTV कैमरे एक ऐसे कैमरे जो रात के अँधेरे और कम रौशनी वाली जगह में अच्छी तरह से साफ़ रिकॉर्डिंग कर सकते हैं इसके लिए ये कैमरे इंफ्रारेड रेड लाइट का उपयोग करते हैं जिससे ये अँधेरे में इंसान या वस्तुओ को पहचान लेते हैं

यह कैसे काम करता हैं

इंफ्रारेड CCTV कैमरा में लगी इंफ्रारेड सेंसर गर्मी को पहचान लेते हैं जैसे ही रौशनी कम होती हैं या रात होती हैं कैमरा नाईट विज़न मोड में चला जाता हैं और इंफ्रारेड लाइट ऑन हो जाती हैं जिससे ब्लैक एंड वाइट वीडियो रिकॉर्ड हो जाता हैं जो साफ़ और डिटेल होता हैं

इंफ्रारेड CCTV कैमरा के फायदे

  1. रात के अँधेरे कम रौशनी में निगरानी :-यह कैमरा रात के अँधेरे और कम रौशनी वाली जगह में साफ़ वीडियो रिकॉर्ड कर सकता हैं
  2. ऑटोमैटिक नाईट मोड :- यह कैमरे ऑटोमैटिक नाईट मोड में चले जाते हैं जैसे ही रात होती हैं या अँधेरा होता हैं 
  3. कम बिजली खपत :- इंफ्रारेड कैमरे में कम बिजली खपत होती हैं क्योकि यह कैमरे काम लाइट में भी काम करते हैं 
  4. साफ़ वीडियो रिकॉर्डिंग :- यह कैमरा धुंध, धूल और बारिश में साफ़ रिकॉर्डिंग प्रदान करते हैं  

इंफ्रारेड CCTV कैमरा का उपयोग

  • घरो में
  • ऑफिस में 
  • बैंक और ATM में 
  • गोदाम और फैक्ट्री में 
  • सड़क और पार्किंग क्षेत्र में
  • स्कूल और ऑफिस भवनों में 

इंफ्रारेड CCTV कैमरा के नुख्सान

  1. रंगो की पहचान नहीं कर पाते :- इंफ्रारेड कैमरा केवल ब्लैक एंड वाइट इमेज दिखाते हैं जिससे व्यक्ति या वस्तुओ के असली रंगो की पहचान कर पाना मुश्किल हो जाता हैं 
  2. सीमित परफॉरमेंस :- यह कैमरा अक्सर कम दूरी तक प्रभावी होते हैं दूर की वस्तुओ और व्यक्ति को पहचान पाना मुश्किल हो जाता हैं 
  3. गर्म वस्तुओ में भ्रम :- इंफ्रारेड कैमरे तापमान पर आधारित होते हैं इसलिए कभी-कभी गर्म वस्तुओ जैसे बल्ब, इंजिन को इंसान समझ लेते हैं जिससे गलत भ्रम पैदा हो जाता हैं 
  4. हाई लाइट का प्रभाव :- कभी - कभी सामने तेज लाइट जैसे फ़्लैश लाइट या हैलोजन की लाइट आने से कैमरे का नाईट विज़न प्रभावित हो जाता हैं जिससे वो सही से काम नहीं कर पाता हैं
  5. ज्यादा कीमती और तकनीकी जटिलता :-ये कैमरे सामान्य कैमरे की तुलना में जटिल होते हैं साथ ही साथ इन्हे इनस्टॉल करने का तकनिकी ज्ञान भी आवश्यक हैं 
  6. मौसमी प्रभाव :- यह कैमरे सभी मौसम में समान प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं कोहरे, धूल, धुंध और वर्षा में इनकी क्षमता घट जाती हैं जिससे साफ़ रिकॉर्डिंग विज़न नहीं मिल पाता हैं
  7. आँखों को नुख्सान :- इंफ्रारेड किरणे आँखों के रेटिना या कॉर्निया को नुख्सान पंहुचा सकती हैं जिससे द्रष्टि पर असर पड़ सकता हैं 
  8. त्वचा पर असर :- लम्बे समय तक इंफ्रारेड किरणों के संपर्क में रहने से त्वचा में जलन या सूजन हो सकती हैं 
  9. इलेक्ट्रिक उपकरणों पर असर :- इंफ्रारेड किरणों से कुछ इलेक्ट्रिक उपकरणों को भी प्रभावित कर सकती है जिससे उनकी करए क्षमता पर असर पड़ता हैं
  निष्कर्ष

अतः हम कह सकते हैं की इंफ्रारेड कैमरे एक ऐसे CCTV कैमरे हैं जो रात और अँधेरे में एक बेहतरीन रिजल्ट देते हैं यह न केवल सुरक्षा को बढ़ावा देता हैं बल्कि रात या अँधेरे में होने वाली गतिविधियों पर भी नज़र रखता हैं 

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